**"भावशून्य" (The Expressionless) – एक विस्तृत एवं भयावह कहानी**
### **पृष्ठभूमि: अस्पताल का अंधकारमय इतिहास**
सेडरस-सिनाई मेडिकल सेंटर, लॉस एंजेलिस, का **वार्ड 3B** कभी मानसिक रोगियों के लिए प्रयोग किया जाता था। 1950 के दशक में, यहाँ **MKUltra जैसे गुप्त मनोवैज्ञानिक प्रयोग** होते थे, जहाँ मरीजों को **चेहरे के भाव हटाने** के लिए जबरदस्ती लोबोटॉमी (Lobotomy) की जाती थी। कहा जाता है कि एक युवती, **एलिसा मेयर्स (Elisa Mayers)**, जिसे **"प्रोजेक्ट ब्लैंक"** के तहत प्रयोग किया गया, वही आज **"भावशून्य"** के रूप में लौटी है।
---
### **8 जून, 1972 – वह भयावह रात**
**समय:** रात 11:47 बजे
**मौसम:** तूफानी रात, बारिश की भारी बौछारें
अस्पताल के **इमरजेंसी गेट** पर एक **सफेद एम्बुलेंस** रुकी, जिस पर कोई नंबर या लोगो नहीं था। दो अज्ञात व्यक्तियों ने एक **लंबी, पतली औरत** को स्ट्रेचर पर लादकर अंदर धकेला।
#### **महिला का विवरण:**
- **कपड़े:** फटा हुआ सफेद गाउन, जिस पर **पुराने और ताजे खून के दाग** थे।
- **चेहरा:**
- **त्वचा** – बेदाग सफेद, मोम जैसी चमक।
- **आँखें** – काली पुतलियाँ, जो **पूरी तरह फैली हुई थीं** (जैसे अधिकतम डायलेटेड)।
- **होंठ** – गुलाबी, पर **बिल्कुल गतिहीन**, जैसे मोम से चिपकाए गए हों।
- **कोई भाव नहीं**, न हँसी, न रोना, न दर्द।
#### **डॉक्टर्स की प्रतिक्रिया:**
- **डॉ. स्टीवन मिशेल (न्यूरोसर्जन):** *"यह क्या बकवास है? इसकी पलकें तक नहीं झपक रहीं!"*
- **नर्स लिसा व्हाइट:** *"सर... इसकी नब्ज़ नहीं है... और... इसके दाँत..."*
महिला के **मुँह से निकले दाँत** – **नुकीले, धातु जैसे चमकदार**, जैसे **सर्जिकल स्टील से बने हों**।
---
### **नरसंहार की शुरुआत**
#### **1. डॉ. मिशेल की मौत**
- महिला ने अचानक **डॉक्टर की कलाई पकड़ी**।
- उसकी **उँगलियाँ डॉक्टर की त्वचा में घुस गईं**, जैसे चाकू फंसा दिए हों।
- फिर... **एक झटके में**, उसने **डॉक्टर का जबड़ा नीचे से ऊपर तक फाड़ दिया**।
- **खोपड़ी का आधा हिस्सा उसके हाथ में था**, और डॉक्टर का शरीर **अभी भी हिल रहा था**।
#### **2. नर्स लिसा का अंत**
- नर्स भागने लगी, पर महिला **चार पैरों पर (मकड़ी की तरह) दौड़ी**।
- उसने नर्स की **आँखें निकालकर अपने मुँह में डाल लीं**।
- **चबाने की आवाज़** – *क्रंच... क्रंच...*
#### **3. डॉ. रॉबर्ट हेल्स (कार्डियोलॉजिस्ट)**
- उसने **फायर अलार्म बजाया**, पर दरवाज़े **खुद ब खुद बंद हो गए**।
- महिला ने **उसकी छाती पर हाथ रखा** – और **हड्डियाँ चटखने लगीं**।
- **दिल बाहर निकालकर उसने उसे चूस लिया**, जैसे कोई फल खा रहा हो।
---
### **गहरा रहस्य: वह क्या है?**
1. **प्रयोग का प्रेत (Experiment Gone Wrong)**
- MKUltra के दस्तावेज़ों में **"सब्जेक्ट E-7"** का जिक्र है, जिसे **भावहीन करने के लिए उसकी चेहरे की नसों को जला दिया गया** था।
- **वह प्रयोग के बाद गायब हो गई**, और हर 10 साल बाद **किसी अस्पताल में दिखती है**।
2. **गुड़िया का अभिशाप**
- 1920 में एक **"ब्लैंक फेस डॉल"** बनाई गई थी, जिसे देखने वालों की **आँखें फट जाती थीं**।
- कहते हैं, वह गुड़िया **असली औरत बन गई**।
3. **असली पहचान?**
- कुछ का कहना है कि वह **लूसिफ़ेर की बेटी** है, जो **इंसानी भावनाओं को चुराती है**।
---
### **आज भी जीवित है...**
- **2016**, टोक्यो के एक अस्पताल में **एक नर्स ने उसे देखा** – उस रात **पूरी शिफ्ट के डॉक्टरों के चेहरे गायब थे**।
- **2020**, दिल्ली के AIIMS में **कैमरे पर एक धुंधली सी छवि** दिखी, जहाँ एक **सफेद गाउन वाली औरत** एक मरीज के बिस्तर पर झुकी थी। अगले दिन **वह मरीज मरा हुआ मिला**, उसका **चेहरा पूरी तरह सपाट** था, जैसे किसी ने **उसे मोम से ढक दिया हो**।
---
### **चेतावनी**
अगर कभी आप **अस्पताल के कॉरिडोर में एक सफेद गाउन वाली औरत** को देखें, जो **बिना पलक झपकाए आपको घूर रही हो**, तो **भाग जाएँ**।
**क्योंकि अगले पल... आपका चेहरा भी उसकी "कलेक्शन" का हिस्सा बन सकता है।**
*(कहानी "The Expressionless" Creepypasta और अर्बन लीजेंड्स पर आधारित है।)*
---
**क्या आप अब भी अंधेरे में अकेले इस कहानी को पढ़ने की हिम्मत रखते हैं?**
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें