**मेरठ का ड्रम हत्याकांड: पत्नी और प्रेमी ने मिलकर की पति की निर्मम हत्या, तंत्र-मंत्र और अंधविश्वास का भी था असर**
**स्थान व समय:**
3 मार्च 2024 की रात, मेरठ (उत्तर प्रदेश) के इंदिरा नगर स्थित एक किराए के घर में हुई इस घटना ने पुलिस और स्थानीय लोगों को हिला दिया।
### **पीड़ित व आरोपी:**
- **पीड़ित:** सौरभ कुमार सिंह (मर्चेंट नेवी ऑफिसर)
- **आरोपी:**
- मुस्कान रस्तोगी (पत्नी)
- साहिल शुक्ला (प्रेमी)
### **हत्या का कारण व तरीका:**
- मुस्कान और साहिल के बीच अवैध संबंध थे।
- साहिल अंधविश्वासी था और "कर्ण पिशाचनी" सिद्धि प्राप्त करना चाहता था। उसने मुस्कान से कहा कि वह **पति के सीने पर पहला वार करे** और वह खुद उसके हाथ काटेगा।
- **हत्या की तारीख:** 3 मार्च की रात, सौरभ को **नींद की दवा देकर बेहोश किया गया**, फिर **चाकू से मारकर हत्या** की गई।
### **लाश को छुपाने की भयावह योजना:**
- शव के **सिर और दोनों हाथ काटकर अलग कर दिए गए**।
- **ड्रम में सीमेंट से दफनाया:**
- मुस्कान ने 1200 रुपये में घंटाघर के दुकानदार सैफुद्दीन से एक ड्रम खरीदा था, जिसमें शव के टुकड़ों को रखकर **सीमेंट का घोल डाला गया**।
- 14 दिन बाद, 17 मार्च को पुलिस ने ड्रम को काटकर **सीमेंट के अंदर से सौरभ के अवशेष बरामद किए**।
### **सबूत मिटाने की कोशिश:**
- मुस्कान ने **ऑनलाइन (ब्लिंकिट से) 10 किलो ब्लीचिंग पाउडर** मंगवाया था, ताकि खून के निशान मिटाए जा सकें।
- **मिडाजोलम इंजेक्शन का इस्तेमाल:**
- 22 फरवरी को मुस्कान ने खैरनगर स्थित **ऊषा मेडिकल स्टोर** से इस इंजेक्शन को बिना डॉक्टर के पर्चे के खरीदा, जिसका प्रयोग सौरभ को बेहोश करने में किया गया।
### **तंत्र-मंत्र का एंगल:**
- साहिल **अपनी मृत माँ से बातें करता था** और अंधविश्वास के चलते हत्या को "वध" बताया।
- पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या यह हत्या किसी तांत्रिक अनुष्ठान का हिस्सा थी।
### **गिरफ्तारी व जांच:**
- मुस्कान और साहिल को गिरफ्तार कर लिया गया है।
- **फॉरेंसिक टीम** ने घर से सबूत जुटाए, जिसमें **खून के निशान, ड्रम और सीमेंट के नमूने** शामिल हैं।
- पुलिस **कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) और ऑनलाइन खरीदी गई वस्तुओं** की भी जांच कर रही है।
### **निष्कर्ष:**
यह मामला **प्रेम प्रसंग, अंधविश्वास और निर्मम हत्या** का डरावना मिश्रण है, जहाँ पत्नी और प्रेमी ने न सिर्फ पति को मारा, बल्कि उसकी लाश को **ड्रम में सीमेंट से दफनाकर** सबूत मिटाने की पूरी कोशिश की। पुलिस अब इसके हर पहलू की गहराई से जांच कर रही है।
कर्ण पिशाचिनी** तंत्र-मंत्र और अघोर साधनाओं से जुड़ी एक **अलौकिक सिद्धि** या दैवीय शक्ति है, जिसका उल्लेख प्राचीन तांत्रिक ग्रंथों में मिलता है। यह एक प्रकार की **पिशाचिनी (राक्षसी शक्ति)** मानी जाती है, जिसे साधक विशेष अनुष्ठानों द्वारा प्राप्त करने का प्रयास करते हैं।
### **कर्ण पिशाचिनी सिद्धि के बारे में विस्तृत जानकारी:**
1. **मान्यता:**
- ऐसा माना जाता है कि इस सिद्धि को प्राप्त करने वाला साधक **अदृश्य हो सकता है, दूसरों के मन की बात जान सकता है, और शत्रुओं को नष्ट कर सकता है**।
- कुछ तांत्रिक मान्यताओं के अनुसार, इस सिद्धि को प्राप्त करने के लिए **मानव बलि** या हिंसक अनुष्ठान भी किए जाते हैं।
2. **साधना विधि:**
- इस सिद्धि को प्राप्त करने के लिए **घोर तपस्या, मंत्र जाप और काले जादू** का सहारा लिया जाता है।
- कुछ ग्रंथों में इसके लिए **श्मशान में साधना, रक्त या मांस का उपयोग** भी बताया गया है।
- साधक को **कुछ विशेष मंत्रों का लाखों बार जाप** करना पड़ता है।
3. **हत्या केस से कनेक्शन:**
- मेरठ हत्याकांड में आरोपी **साहिल शुक्ला** इसी सिद्धि को प्राप्त करना चाहता था, जिसके लिए उसने **सौरभ की हत्या को "वध" (बलि) बताया**।
- पुलिस को संदेह है कि साहिल ने **तांत्रिक अनुष्ठान** के तहत सौरभ की हत्या की और उसके **हाथ काटे**, जो किसी अंधविश्वास या काले जादू का हिस्सा हो सकता है।
4. **विवाद और वास्तविकता:**
- हिंदू तंत्र-मंत्र में **कर्ण पिशाचिनी** का जिक्र तो है, लेकिन आधुनिक समय में इस तरह की सिद्धियों को **अंधविश्वास और अपराध से जोड़कर** देखा जाता है।
- पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या साहिल ने किसी तांत्रिक गुरु के बहकावे में आकर यह हत्या की या फिर यह सिर्फ **एक बहाना** था।
### **मेरठ हत्याकांड में इसका रोल:**
- साहिल और मुस्कान ने **सौरभ की हत्या के बाद उसके शव के टुकड़े किए**, जो संभवतः किसी **तांत्रिक अनुष्ठान** का हिस्सा था।
- पुलिस को आरोपियों के फोन से **तंत्र-मंत्र से जुड़े वीडियो और मैसेज** भी मिले हैं, जिससे यह शक पुख्ता होता है कि उन्होंने **अंधविश्वास में आकर यह क्राइम किया**।
### **निष्कर्ष:**
**कर्ण पिशाचिनी** एक काल्पनिक तांत्रिक सिद्धि है, जिसे लेकर अंधविश्वासी लोग हिंसक कृत्यों को अंजाम देते हैं। मेरठ केस में भी आरोपियों ने इसी अंधविश्वास के चलते निर्मम हत्या की और शव को ड्रम में सील कर दिया। पुलिस अब इसके हर
पहलू की जांच कर रही है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें