**सिलेंट हिल: अंधेरे का शहर**
*(एक डरावनी कहानी)*
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**जगह:** सिलेंट हिल, एक छोटा सा शहर, अमेरिका के मध्य-पश्चिम में स्थित।
**सन:** 1999
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### **प्रस्तावना**
सिलेंट हिल। यह नाम सुनते ही एक अजीब सी सिहरन पीठ के बल घूम जाती है। यह शहर अपने घने कोहरे, सुनसान गलियों और रहस्यमय घटनाओं के लिए जाना जाता है। लोग कहते हैं कि यहाँ का कोहरा सिर्फ मौसम नहीं, बल्कि कुछ अंधेरे रहस्यों को छुपाए हुए है। यह कहानी है एक युवक की, जिसने इस शहर के अंधेरे को करीब से महसूस किया।
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### **कहानी**
**1. शुरुआत**
1999 की एक ठंडी रात, जैकब राइट (Jacob Wright) नामक एक युवक अपनी पुरानी कार में सिलेंट हिल की ओर बढ़ रहा था। जैकब एक लेखक था, जो अपनी नई किताब के लिए प्रेरणा ढूंढ रहा था। उसे सिलेंट हिल के बारे में कई कहानियाँ सुनने को मिली थीं—एक ऐसा शहर जहाँ लोग गायब हो जाते हैं, जहाँ अजीबोगरीब आवाजें गूंजती हैं और जहाँ समय किसी अंधेरे में खो सा गया है।
जैसे-जैसे वह शहर के करीब पहुँचा, आसमान में बादल घने होते गए और हवा में एक अजीब सी खामोशी छा गई। उसकी कार का रेडियो अचानक बज उठा, लेकिन उसमें से सिर्फ सफेद शोर (white noise) आ रहा था। जैकब ने रेडियो बंद कर दिया, लेकिन उसके कानों में एक धीमी सी आवाज गूंजने लगी, जैसे कोई दूर से रो रहा हो।
**2. शहर में प्रवेश**
जैसे ही जैकब ने सिलेंट हिल के साइनबोर्ड को पार किया, उसे लगा जैसे उसने किसी और दुनिया में कदम रख दिया हो। सड़कें सुनसान थीं, घरों की खिड़कियाँ टूटी हुई थीं और हवा में जलने की गंध थी। उसने अपनी कार को एक पुराने होटल के सामने रोका, जिसका नाम "टॉलमैन होटल" था। होटल का बोर्ड टूटा हुआ था और उस पर लिखा था—"खाली"।
जैकब ने होटल के अंदर जाने का फैसला किया। दरवाजा चरचराते हुए खुला और अंदर का वातावरण ठंडा और नम था। लॉबी में एक पुरानी घड़ी टिक-टिक कर रही थी, लेकिन उसकी सुईयाँ 3:15 पर अटकी हुई थीं। उसने महसूस किया कि उसके पीछे कोई है, लेकिन जब वह मुड़ा, तो वहाँ कोई नहीं था।
**3. अन्य दुनिया (Otherworld)**
अचानक, लाइटें बंद हो गईं और जैकब खुद को एक अलग ही दुनिया में पाया। दीवारें खून से सनी हुई थीं, फर्श पर मांस के टुकड़े बिखरे हुए थे और हवा में एक धात्विक गंध थी। उसने एक आवाज सुनी—"यहाँ आओ, जैकब।" वह आवाज उसे होटल की सीढ़ियों की ओर ले गई।
सीढ़ियों से नीचे उतरते हुए उसने देखा कि दीवारों पर अजीबोगरीब चित्र बने हुए हैं—एक महिला की आकृति, जिसके हाथ में एक बच्चा था। उस महिला की आँखों से खून बह रहा था। जैकब ने महसूस किया कि वह चित्र उसकी ओर देख रहा है।
**4. रहस्य का सामना**
नीचे पहुँचकर जैकब ने एक कमरा देखा, जिसमें एक पुराना टेलीविजन चल रहा था। टीवी पर एक समाचार वाचक बोल रहा था—"1976 में सिलेंट हिल में एक भयानक आग लगी थी, जिसमें कई लोग मारे गए थे। उस आग का कारण आज तक रहस्य बना हुआ है।"
अचानक, टीवी बंद हो गया और कमरे में एक औरत दिखाई दी। उसके बाल उलझे हुए थे, चेहरा पीला और आँखें खाली थीं। वह जैकब की ओर बढ़ी और बोली—"तुम यहाँ क्यों आए हो? यह शहर तुम्हारा नहीं है।"
जैकब ने पीछे मुड़कर भागने की कोशिश की, लेकिन दरवाजा बंद था। औरत ने उसकी ओर हाथ बढ़ाया और चिल्लाया—"तुम यहाँ फंस गए हो!"
**5. अंत**
जैकब ने आँखें खोलीं और खुद को अपनी कार में पाया। वह सिलेंट हिल के बाहर था। उसके कपड़े गीले थे और उसके हाथ में एक पुरानी तस्वीर थी—एक महिला और एक बच्चे की। उसने महसूस किया कि उसके साथ जो कुछ हुआ, वह सिर्फ एक सपना नहीं था।
उसने अपनी किताब लिखी, लेकिन उसे कभी पता नहीं चला कि सिलेंट हिल का रहस्य क्या है। वह शहर आज भी वहीं है, अपने अंधेरे रहस्यों को छुपाए हुए, इंतज़ार कर रहा है अगले शिकार का।
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**निष्कर्ष**
सिलेंट हिल की कहानी सिर्फ एक डरावनी कहानी नहीं है, बल्कि यह मानवीय भावनाओं, अतीत के भूतों और अंधेरे रहस्यों का प्रतीक है। यह कहानी हमें याद दिलाती है कि कुछ रहस्यों को कभी सुलझाया नहीं जा सकता, और कुछ जगहें हमेशा के लिए अंधेरे में डूबी रहती हैं।
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