**डॉव हिल की भूतिया कहानी (दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल)**
डॉव हिल, दार्जिलिंग की खूबसूरत पहाड़ियों पर स्थित एक ऐसी जगह है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ रहस्यमय और डरावनी कहानियों के लिए भी प्रसिद्ध है। यह स्थान भारत के सबसे डरावने स्थानों में से एक माना जाता है, और इसकी खौफनाक कहानियाँ अक्सर अखबारों और टीवी शोज़ में सुर्खियाँ बटोरती हैं। डॉव हिल के भूतिया रहस्यों में सबसे ज्यादा चर्चित है यहाँ स्थित एक पुराने स्कूल की कहानी, जिसे "डॉव हिल एंग्लो-इंडियन स्कूल" के नाम से जाना जाता है।
### स्कूल का इतिहास
डॉव हिल एंग्लो-इंडियन स्कूल की स्थापना 19वीं शताब्दी में ब्रिटिश शासनकाल के दौरान हुई थी। यह स्कूल मुख्य रूप से ब्रिटिश और एंग्लो-इंडियन बच्चों के लिए बनाया गया था। स्कूल का भव्य भवन और उसकी वास्तुकला उस समय की ब्रिटिश शैली को दर्शाती है। हालांकि, समय के साथ यह स्कूल अपनी भूतिया घटनाओं के लिए ज्यादा मशहूर हो गया।
### भूतिया घटनाएँ
स्कूल के बंद होने के बाद से ही यहाँ अजीबोगरीब घटनाएँ होने की खबरें आने लगीं। स्थानीय लोगों और पूर्व छात्रों का कहना है कि स्कूल की इमारत में अक्सर रहस्यमय आवाज़ें सुनाई देती हैं। कुछ लोगों ने यह भी दावा किया है कि उन्होंने स्कूल की खिड़कियों से किसी के चेहरे को झाँकते हुए देखा है, जबकि वहाँ कोई नहीं था।
एक प्रसिद्ध घटना 1990 के दशक की है, जब कुछ साहसी युवाओं ने रात के अंधेरे में स्कूल की इमारत में घुसने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि उन्हें वहाँ एक लंबी सफेद पोशाक में एक महिला का भूत दिखाई दिया, जो स्कूल के गलियारों में घूम रही थी। जब वे उसके पास जाने की कोशिश करते, तो वह गायब हो जाती। इसके अलावा, उन्हें बच्चों के हँसने और चिल्लाने की आवाज़ें भी सुनाई दीं, जबकि वहाँ कोई बच्चे नहीं थे।
### स्थानीय मान्यताएँ
स्थानीय लोगों का मानना है कि यह स्कूल किसी अधूरी आत्मा का घर बन गया है। कुछ का कहना है कि यहाँ एक शिक्षिका की मृत्यु हुई थी, जो अब भी स्कूल में भटकती है। वहीं, कुछ लोग इसे ब्रिटिश शासनकाल के दौरान हुई किसी दुर्घटना से जोड़ते हैं। कहा जाता है कि स्कूल के नीचे एक गुप्त सुरंग है, जो ब्रिटिश सैनिकों द्वारा बनाई गई थी, और यह सुरंग भी भूतिया गतिविधियों का केंद्र है।
### आज का डॉव हिल
आज भी डॉव हिल और उसका स्कूल पर्यटकों और भूत प्रेमियों के लिए एक आकर्षण का केंद्र है। हालांकि स्कूल की इमारत अब खंडहर में तब्दील हो चुकी है, लेकिन इसकी डरावनी कहानियाँ अभी भी जीवित हैं। कई लोग यहाँ आकर रहस्यमय अनुभवों की तलाश करते हैं, लेकिन स्थानीय लोग इसे टालने की सलाह देते हैं, खासकर रात के समय।
### निष्कर्ष
डॉव हिल की भूतिया कहानियाँ सिर्फ किस्से-कहानियाँ भर नहीं हैं, बल्कि ये उस स्थान के इतिहास और संस्कृति का हिस्सा बन चुकी हैं। चाहे यह सच हो या सिर्फ मनगढ़ंत कहानियाँ, डॉव हिल का रहस्य आज भी लोगों को हैरान करता है और उनकी जिज्ञासा को बढ़ाता है। यदि आपको रहस्य और रोमांच पसंद है, तो डॉव हिल आपके लिए एकदम सही जगह है, लेकिन सावधान रहें... कौन जाने क्या छुपा है उन पुरानी दीवारों के पीछे!
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