**वूडू डॉल का श्राप: एक रहस्यमयी कहानी**
साल 1892 की बात है। छोटे से गाँव **ब्लैकवुड**, जो घने जंगलों और पुरानी अंधेरी किंवदंतियों से घिरा हुआ था, में एक रहस्यमयी घटना घटी। यह गाँव अपने अजीबोगरीब रीति-रिवाजों और जादू-टोने के लिए जाना जाता था। गाँव के बाहर एक पुराना, जर्जर घर था, जिसे लोग **"शैडो हाउस"** कहते थे। कहा जाता था कि इस घर में एक बार एक शक्तिशाली वूडू पुजारिन रहती थी, जिसका नाम **मैडम लूसी** था। उसके बारे में कहा जाता था कि वह लोगों को श्राप देने के लिए वूडू डॉल का इस्तेमाल करती थी।
एक हैलोवीन की रात, जब चाँद आसमान में पूरा चमक रहा था और ठंडी हवा पेड़ों की टहनियों से टकरा रही थी, चार युवा दोस्त—**माया**, **जेक**, **एम्मा**, और **लियो**—ने शैडो हाउस में जाने का फैसला किया। वे सभी डरावनी कहानियों के शौकीन थे और उन्हें लगा कि हैलोवीन की रात इससे बेहतर और कुछ नहीं हो सकता।
घर के अंदर का माहौल बेहद डरावना था। दीवारों पर मकड़ी के जाले लटके हुए थे, और फर्श पर धूल की मोटी परत जमी हुई थी। कमरे के एक कोने में एक पुरानी लकड़ी की मेज पर एक अजीब सी गुड़िया रखी हुई थी। यह गुड़िया कपड़े और सूखी घास से बनी हुई थी, और उसकी आँखें लाल रंग की थीं, जैसे किसी ने उनमें जान डाल दी हो।
माया ने गुड़िया को उठाया और उसे गौर से देखा। "यह तो एक वूडू डॉल है," उसने कहा। "क्या तुम लोगों को पता है कि इनके बारे में क्या कहा जाता है?"
जेक ने हँसते हुए कहा, "यह सिर्फ एक गुड़िया है, माया। इसमें डरने जैसा क्या है?"
लेकिन एम्मा और लियो चुपचाप खड़े थे। उन्हें कुछ अजीब सा महसूस हो रहा था। माया ने डॉल को मेज पर वापस रख दिया, लेकिन तभी अचानक कमरे का तापमान गिर गया। हवा में एक अजीब सी गंध फैल गई, जैसे किसी चीज़ के सड़ने की गंध।
तभी, एक धीमी सी आवाज़ सुनाई दी। "तुमने मुझे छुआ... अब तुम मेरे हो।"
सभी के रोंगटे खड़े हो गए। वे चारों ओर देखने लगे, लेकिन कोई नहीं दिखा। तभी, वूडू डॉल की आँखों से लाल रोशनी निकलने लगी, और वह धीरे-धीरे हवा में उठने लगी।
"यह क्या हो रहा है?" एम्मा चिल्लाई।
डॉल ने अचानक जेक की ओर देखा और उसके हाथ में एक कील दिखाई दी। जेक ने महसूस किया कि उसके शरीर में एक तेज़ दर्द उठ रहा है, जैसे किसी ने उसे चाकू मार दिया हो। वह चिल्लाते हुए फर्श पर गिर पड़ा।
"हमें यहाँ से भागना होगा!" लियो चिल्लाया।
लेकिन दरवाज़ा अपने आप बंद हो गया, और उन्हें लगा कि वे फंस गए हैं। माया ने डॉल को देखा और समझ गई कि यह मैडम लूसी का श्राप है। उसने अपने दोस्तों से कहा, "हमें इस डॉल को नष्ट करना होगा, नहीं तो यह हम सभी को मार डालेगी।"
उन्होंने डॉल को पकड़ा और उसे आग में फेंक दिया। डॉल जलने लगी, और उससे चीख़ने की आवाज़ें आने लगीं। आग की लपटों में डॉल का चेहरा विकृत हो गया, और उसकी आँखों से लाल रोशनी निकलती रही। अंत में, डॉल जलकर राख हो गई, और कमरा फिर से शांत हो गया।
जेक धीरे-धीरे उठा और अपने शरीर को छूकर देखा। उस पर कोई निशान नहीं था, लेकिन वह अभी भी डरा हुआ था।
उस रात के बाद, चारों दोस्तों ने कभी भी शैडो हाउस के बारे में बात नहीं की। लेकिन गाँव में कहा जाता है कि आज भी हैलोवीन की रात को, शैडो हाउस से चीख़ने की आवाज़ें सुनाई देती हैं, और वूडू डॉल की लाल आँखें अंधेरे में चमकती हैं।
कुछ लोग कहते हैं कि मैडम लूसी की आत्मा अभी भी उस घर में भटकती है, और वह अपने वूडू डॉल को ढूंढ़ रही है। और जो भी उस डॉल को छूता है, वह उसके श्राप का शिकार हो जाता है।
यह कहानी आज भी ब्लैकवुड गाँव में सुनाई जाती है, और लोग मानते हैं कि वूडू डॉल का श्राप अभी भी जीवित है। हैलोवीन की रात को, गाँव के लोग शैडो हाउस से दूर रहते हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि अंधेरे में कुछ रहस्यमयी ताकतें छुपी हुई हैं, जो कभी नहीं सोतीं।
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