भूतिया हैरिसन मैनर: इंग्लैंड का शापित महल
प्रस्तावना
इंग्लैंड की घनी जंगलों से घिरी एक विशाल हवेली, जिसे हैरिसन मैनर के नाम से जाना जाता था, सदियों से वीरान पड़ी थी। यह हवेली 18वीं शताब्दी में बनी थी और कभी अपनी भव्यता के लिए प्रसिद्ध थी। लेकिन अब, इसकी टूटी हुई खिड़कियाँ, जंग लगे लोहे के दरवाज़े, और चारों ओर फैली सर्द खामोशी इसे एक भयावह रूप देती थी।
गाँव के लोग इस हवेली के पास जाने से भी डरते थे। कहा जाता था कि वहां कुछ ऐसा था, जो इंसानों की दुनिया से परे था—कुछ अजीब, कुछ भयावह, कुछ ऐसा, जो देखने वालों की आत्मा तक को जला सकता था।
अध्याय 1: हवेली का रहस्य
साल 1923, एक ठंडी अंधेरी रात में, इतिहासकार जेम्स कॉलिन्स अपने साथियों के साथ इस हवेली का अध्ययन करने के लिए पहुँचे। जेम्स को हमेशा से भूतिया कहानियों में दिलचस्पी थी, लेकिन उन्हें भूत-प्रेतों पर विश्वास नहीं था। वह इस हवेली के पीछे की सच्चाई जानना चाहते थे।
गाँववालों ने उन्हें बार-बार चेताया—"यहाँ मत जाओ! वहाँ जाने वाले कभी वापस नहीं आते!" लेकिन जेम्स और उनकी टीम चेतावनियों को नजरअंदाज करते हुए हवेली में दाखिल हो गई।
अध्याय 2: अजीब घटनाएँ शुरू होती हैं
जैसे ही वे मुख्य दरवाज़े से अंदर गए, एक अजीब सन्नाटा छा गया। हवेली के अंदर की दीवारें धूल और जाले से भरी हुई थीं। अचानक, एक जोरदार आवाज़ आई—"धड़ाम!" एक खिड़की अपने आप बंद हो गई।
"यह तो सिर्फ हवा होगी," जेम्स ने हँसते हुए कहा, लेकिन उनकी टीम के कुछ सदस्य डर गए थे।
जांच करते हुए, वे हवेली के मुख्य हॉल में पहुँचे, जहाँ एक पुरानी पेंटिंग टंगी थी। पेंटिंग में एक आदमी और औरत का चित्र था, लेकिन उनकी आँखें इतनी गहरी थीं कि ऐसा लगता था जैसे वे सीधे देखने वाले की आत्मा में झाँक रही हों।
अध्याय 3: पहली भयानक रात
रात को, जब सभी सोने की तैयारी कर रहे थे, तभी कमरे में रखी एक पुरानी घड़ी ने अचानक खुद-ब-खुद तीन बजे का समय बजा दिया। यह वही समय था जब हवेली में लॉर्ड विलियम हैरिसन और उनकी पत्नी एलिज़ाबेथ की रहस्यमयी हत्या हुई थी।
तभी, अचानक कमरे का तापमान गिरने लगा। जेम्स ने महसूस किया कि कोई उन्हें घूर रहा था। उन्होंने इधर-उधर देखा, लेकिन वहाँ कोई नहीं था। तभी, उनकी एक साथी एलेनोर ने जोर से चीख मारी—
"किसी ने मेरा हाथ पकड़ा!"
लेकिन कमरे में कोई और नहीं था।
अध्याय 4: इतिहास का खौफनाक सच
अगली सुबह, जेम्स और उनकी टीम ने गाँव के एक बुजुर्ग से इस हवेली के इतिहास के बारे में जाना। बुजुर्ग ने बताया कि लॉर्ड विलियम हैरिसन ने इस हवेली में कई लोगों को बेरहमी से मारा था। उनकी पत्नी एलिज़ाबेथ इस सबके खिलाफ थीं, लेकिन एक दिन विलियम ने उन्हें भी मार डाला।
लेकिन एलिज़ाबेथ की आत्मा बदला लेने वापस आई। उसी रात, हवेली में ज़बरदस्त आग लगी, और लॉर्ड विलियम जिंदा जल गए। तब से उनकी और उन निर्दोष लोगों की आत्माएँ हवेली में भटक रही थीं।
अध्याय 5: मौत की दस्तक
जेम्स को अब यकीन होने लगा था कि यहाँ कुछ तो गलत था। लेकिन वे इतनी दूर आ चुके थे कि अब पीछे हटना मुश्किल था।
रात होते ही अजीब घटनाएँ फिर से शुरू हो गईं। फर्श पर चलने की आवाज़ें, दीवारों से आती डरावनी फुसफुसाहटें, और छत पर लटकता एक परछाईं जैसा अजीब अंधेरा।
तभी, उनके साथी एंड्रयू ने कहा, "हमें यहाँ से निकलना चाहिए!" लेकिन दरवाज़ा अपने आप बंद हो चुका था।
तभी, एक भारी आवाज़ गूँजी—
"तुम लोग यहाँ क्या कर रहे हो?"
जेम्स ने देखा, पेंटिंग में जो आदमी था, वह अब पेंटिंग में नहीं था।
अध्याय 6: भागने की कोशिश
डर के मारे सभी सीढ़ियों की ओर दौड़े, लेकिन सीढ़ियाँ अब वहाँ नहीं थीं। पूरा घर किसी भूलभुलैया की तरह बदल चुका था।
तभी, एंड्रयू ने डर के मारे एक लाल रंग का पुराना दरवाज़ा खोला। जैसे ही दरवाज़ा खुला, एक भयानक औरत की चीख सुनाई दी।
"तुम बच नहीं सकते!"
अध्याय 7: शाप का अंत
जेम्स को याद आया कि गाँव के बुजुर्ग ने कहा था—
"अगर तुम एलिज़ाबेथ की आत्मा को मुक्त कर दो, तो शाप खत्म हो सकता है।"
वे हवेली के तहखाने में गए, जहाँ उन्हें एक पुराना ताबूत मिला। उस ताबूत में एलिज़ाबेथ का कंकाल था, और उसके पास एक पत्र था। पत्र में लिखा था—
"जो भी इस हवेली में आएगा, वह तब तक मुक्त नहीं हो सकता, जब तक वह मेरी आत्मा को शांति नहीं देगा।"
जेम्स ने तुरंत पास के चर्च में जाकर एक पवित्र अनुष्ठान करवाया। जैसे ही अनुष्ठान पूरा हुआ, हवेली हिलने लगी, और एक ज़ोरदार चीख के साथ हवेली का दरवाज़ा खुल गया।
अध्याय 8: भूतों की मुक्ति
जेम्स और उनकी टीम किसी तरह बाहर भागने में सफल रही। जैसे ही वे बाहर आए, हवेली खुद-ब-खुद गिरने लगी।
गाँववालों ने कहा, "तुमने शाप को खत्म कर दिया!"
अंत
उस रात के बाद, कोई भी अजीब घटना नहीं घटी। हवेली का खौफ हमेशा के लिए खत्म हो गया था। लेकिन जेम्स को अब भी कभी-कभी ऐसा लगता था कि कोई परछाईं अब भी उसे देख रही है...
क्या सच में शाप खत्म हुआ था? या फिर कुछ और रहस्य बाकी थे?
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