सियालदह रेलवे स्टेशन, कोलकाता के उत्तरी हिस्से में स्थित, पश्चिम बंगाल का एक प्रमुख रेलवे स्टेशन है। यह स्टेशन न केवल अपने ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है, बल्कि इसके साथ जुड़ी कई रहस्यमयी और डरावनी कहानियों के लिए भी प्रसिद्ध है। स्थानीय लोगों और यात्रियों के बीच यह स्टेशन "भूतिया रेलवे स्टेशन" के नाम से मशहूर है। इसकी कहानियां स्थानीय अखबारों, ब्लॉग्स और मौखिक सुनाई गई कथाओं में पाई जाती हैं।
### सियालदह स्टेशन का इतिहास और पृष्ठभूमि
सियालदह रेलवे स्टेशन का निर्माण 1862 में हुआ था और यह भारत के सबसे पुराने रेलवे स्टेशनों में से एक है। यह स्टेशन कोलकाता के उत्तरी हिस्से में स्थित है और यहां से कई लोकल और लंबी दूरी की ट्रेनें चलती हैं। इसकी वास्तुकला ब्रिटिश काल की झलक दिखाती है, जो इसे ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण बनाती है। हालांकि, इसकी पुरानी इमारत और अंधेरे कोनों ने इसे रहस्यमयी बना दिया है।
### भूतिया कहानियों का आरंभ
सियालदह स्टेशन के साथ जुड़ी भूतिया कहानियों का आरंभ कई दशक पहले से माना जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां कई लोगों ने अजीबोगरीब घटनाओं का अनुभव किया है। कुछ लोगों ने रात के समय स्टेशन पर अजीब आवाजें सुनने की बात कही है, जैसे किसी के रोने की आवाज, चीखने की आवाज, या फिर किसी के पैरों की आहट। कुछ यात्रियों ने यह भी दावा किया है कि उन्होंने स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर किसी अदृश्य शख्स को चलते हुए देखा है।
### प्रसिद्ध भूतिया घटनाएं
1. **रात के समय की आवाजें**: कई लोगों ने बताया है कि रात के समय स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर अजीब आवाजें सुनाई देती हैं। कुछ लोगों ने यह भी कहा है कि उन्हें ऐसा लगता है जैसे कोई उन्हें पुकार रहा हो, लेकिन जब वे मुड़कर देखते हैं तो वहां कोई नहीं होता।
2. **अदृश्य शख्स**: कुछ यात्रियों ने दावा किया है कि उन्होंने स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर एक अदृश्य शख्स को चलते हुए देखा है। वे बताते हैं कि उन्हें ऐसा लगा जैसे कोई उनके पीछे चल रहा हो, लेकिन जब वे पीछे मुड़कर देखते हैं तो वहां कोई नहीं होता।
3. **रोने की आवाज**: कुछ लोगों ने यह भी बताया है कि उन्हें स्टेशन पर किसी के रोने की आवाज सुनाई दी है। यह आवाज अक्सर रात के समय सुनाई देती है और काफी डरावनी होती है।
4. **ट्रेनों का अचानक गायब होना**: कुछ लोगों ने यह भी दावा किया है कि उन्होंने स्टेशन पर ट्रेनों को अचानक गायब होते हुए देखा है। वे बताते हैं कि ट्रेन प्लेटफॉर्म पर आती है, लेकिन अचानक गायब हो जाती है।
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### कहानियों के पीछे की वजह
इन कहानियों के पीछे कई तरह की वजहें बताई जाती हैं। कुछ लोगों का मानना है कि सियालदह स्टेशन के आसपास कई दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें कई लोगों की जान चली गई है। इन लोगों की आत्माएं अभी भी स्टेशन पर भटकती हैं और यही वजह है कि यहां इतनी भूतिया घटनाएं होती हैं। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि स्टेशन की पुरानी इमारत और अंधेरे कोने इन घटनाओं को और भी डरावना बना देते हैं।
### स्थानीय लोगों की मान्यताएं
स्थानीय लोगों का मानना है कि सियालदह स्टेशन पर किसी की मौत हो जाए तो उसकी आत्मा वहीं फंस जाती है। यही वजह है कि यहां इतनी भूतिया घटनाएं होती हैं। कुछ लोग यह भी मानते हैं कि स्टेशन के नीचे कई गुप्त सुरंगें हैं, जहां पहले अंग्रेजों ने कई लोगों को मार दिया था। इन लोगों की आत्माएं अभी भी स्टेशन पर भटकती हैं।
### निष्कर्ष
सियालदह रेलवे स्टेशन की भूतिया कहानियां सुनने में जितनी डरावनी लगती हैं, उतनी ही रहस्यमयी भी हैं। यह स्टेशन न केवल अपने ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है, बल्कि इसके साथ जुड़ी कई रहस्यमयी घटनाओं के लिए भी प्रसिद्ध है। चाहे ये कहानियां सच हों या सिर्फ कल्पना, लेकिन यह स्टेशन आज भी लोगों के लिए एक रहस्य बना हुआ है।
(नोट: यह कहानी स्थानीय मान्यताओं और अनुभवों पर आधारित है। इसे सिर्फ मनोरंजन के उद्देश्य से लिखा गया है।)
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