**किताब का श्राप: मानवता का अंतिम संघर्ष**
काहिरा शहर के उस भयानक दिन के बाद, जब बिम्बयाना शैतान ने अपना कहर बरपाया, पूरी दुनिया में अराजकता फैल गई। शहर के बचे-खुचे लोगों ने देखा कि उनका अस्तित्व खतरे में है। लेकिन इस नरक के बीच, एक छोटा सा समूह था जो अभी भी उम्मीद की किरण को थामे हुए था। ये लोग खुद को "यशु के दूत" कहते थे। उनका मानना था कि वे ईश्वर द्वारा चुने गए हैं, और उन्हें इस शैतान को रोकने और मानवता को बचाने का काम सौंपा गया है।
ये दूत एक गुप्त स्थान पर इकट्ठा हुए, जहाँ उन्होंने एक योजना बनाई। उनका नेता, जिसका नाम डैनियल था, एक पूर्व पादरी था जिसने अपना पूरा जीवन अंधकार की शक्तियों से लड़ने में बिताया था। डैनियल ने अपने साथियों को बताया कि बिम्बयाना को रोकने का एकमात्र तरीका है कि उस किताब को नष्ट कर दिया जाए, जिसने उसे जगाया है। लेकिन यह काम आसान नहीं था। किताब अब बिम्बयाना के साथ थी, और उस तक पहुँचना मौत को गले लगाने जैसा था।
### खूनी बारिश और मुर्दों का आतंक
जैसे ही यशु के दूतों ने काहिरा की ओर कदम बढ़ाया, आसमान फिर से काले बादलों से घिर गया। खूनी बारिश शुरू हो गई, और जमीन से साढ़े गले मुर्दे और अजीबो-गरीब जानवर निकलने लगे। ये जीव इतने डरावने थे कि उन्हें देखकर किसी का भी दिल दहल जाए। उनकी आँखों में एक अजीब सी चमक थी, और उनके मुँह से निकलने वाली आवाज़ें इतनी भयानक थीं कि वे किसी भी इंसान को पागल कर सकती थीं।
डैनियल और उसके साथियों ने अपने आप को संयत रखा। उन्होंने प्रार्थना की और अपने हथियारों को तैयार किया। उन्हें पता था कि यह सिर्फ एक शुरुआत है। असली चुनौती तो अभी आने वाली थी।
### बिम्बयाना का साम्राज्य
जैसे-जैसे वे काहिरा के करीब पहुँचे, वे देख सकते थे कि शहर अब एक मृत शहर में बदल चुका था। इमारतें ढह चुकी थीं, और हर तरफ सिर्फ मौत का सन्नाटा था। बिम्बयाना ने अपना साम्राज्य स्थापित कर लिया था। वह एक विशालकाय शैतान था, जिसकी आँखें लाल थीं और उसके शरीर से आग की लपटें निकल रही थीं। उसके चारों ओर उसके अनुयायी थे, जो मुर्दे और अजीब जानवर थे, जो उसकी हर आज्ञा का पालन करते थे।
डैनियल ने अपने साथियों को चेतावनी दी कि वे सावधान रहें। उन्हें पता था कि बिम्बयाना को हराना आसान नहीं होगा। लेकिन उनके पास कोई और विकल्प नहीं था। अगर वे इस शैतान को नहीं रोकते, तो पूरी मानवता खत्म हो जाएगी।
### अंतिम युद्ध
यशु के दूतों ने बिम्बयाना के साम्राज्य में प्रवेश किया। उन्होंने देखा कि किताब उसके हाथों में थी। डैनियल ने अपने साथियों को आदेश दिया कि वे किताब को नष्ट करने की कोशिश करें, जबकि वह खुद बिम्बयाना से लड़ेगा। लेकिन बिम्बयाना इतना शक्तिशाली था कि उसने डैनियल को एक झटके में ही गिरा दिया।
डैनियल के साथियों ने हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने किताब की ओर बढ़ने की कोशिश की, लेकिन बिम्बयाना के अनुयायियों ने उन्हें रोक दिया। एक-एक करके, यशु के दूत मारे जाने लगे। लेकिन फिर भी, उनमें से कुछ ने हार नहीं मानी। उन्होंने किताब को नष्ट करने के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी।
### अंतिम प्रयास
अंत में, सिर्फ डैनियल और उसका एक साथी बचा था। उन्होंने देखा कि किताब अभी भी बिम्बयाना के पास है। डैनियल ने अपने साथी को किताब को नष्ट करने का आदेश दिया, जबकि वह खुद बिम्बयाना को रोकने की कोशिश करेगा। डैनियल ने अपनी आखिरी शक्ति लगा दी और बिम्बयाना से लड़ने लगा। उसका साथी किताब की ओर बढ़ा, लेकिन बिम्बयाना ने उसे भी रोक दिया।
डैनियल ने देखा कि अब कोई और विकल्प नहीं बचा है। उसने अपने आप को बलिदान करने का फैसला किया। उसने अपने शरीर को आग के हवाले कर दिया, और उसकी आग ने बिम्बयाना को घेर लिया। इससे शैतान को कुछ पल के लिए रोक दिया गया।
इसी बीच, डैनियल का साथी किताब तक पहुँच गया। उसने किताब को अपने हाथों में लिया और उसे तोड़ने की कोशिश की। लेकिन किताब इतनी शक्तिशाली थी कि उसे तोड़ना असंभव था। तभी, उसने एक विचार किया। उसने किताब को अपने शरीर से लपेट लिया और खुद को आग के हवाले कर दिया।
### अंतिम परिणाम
किताब के जलने से एक भयानक विस्फोट हुआ। बिम्बयाना चिल्लाया और उसका शरीर धीरे-धीरे गलने लगा। लेकिन इसकी कीमत डैनियल और उसके साथी ने चुकाई। वे दोनों इस संघर्ष में मारे गए।
किताब के नष्ट होने के साथ ही, खूनी बारिश रुक गई और मुर्दे और अजीब जानवर गायब हो गए। बिम्बयाना का साम्राज्य ध्वस्त हो गया, और काहिरा शहर फिर से शांत हो गया।
लेकिन क्या मानवता बच गई? यह सवाल अभी भी बना हुआ है। यशु के दूतों ने अपना सर्वोत्तम प्रयास किया, लेकिन क्या यह पर्याप्त था? कुछ लोग मानते हैं कि बिम्बयाना अभी भी कहीं छुपा हुआ है, और वह फिर से जाग सकता है। किताब का श्राप अभी भी मौजूद है, और अगर कभी किसी ने इसे फिर से खोलने की कोशिश की, तो फिर से यही तबाही मचेगी।
इसलिए, यह कहानी एक चेतावनी है। कभी भी उन चीजों को न छुएं, जिन्हें आप नहीं समझते। क्योंकि कभी-कभी, एक छोटी सी गलती पूरी मानवता को खत्म कर सकती है।
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