**सायरन हेड: एक डरावनी कहानी**
वह रात ठंडी और कोहरे से भरी हुई थी। जंगल के बीचों-बीच स्थित एक छोटे से गाँव में सन्नाटा पसरा हुआ था। गाँव के लोग अक्सर रात को बाहर नहीं निकलते थे, क्योंकि उन्हें पता था कि जंगल में कुछ अजीब और डरावना छुपा हुआ है। लेकिन आज रात कुछ अलग था। आसमान में बादल छाए हुए थे, और हवा में एक अजीब सी सिसकी सी महसूस हो रही थी।
राहुल, एक युवा लड़का, जो गाँव के बाहर एक छोटी सी झोपड़ी में रहता था, आज रात को अपने कुत्ते को लेकर बाहर निकला। उसका कुत्ता, जिसका नाम टॉमी था, अचानक से भौंकने लगा। राहुल ने उसे शांत करने की कोशिश की, लेकिन टॉमी का व्यवहार अजीब था। वह जंगल की तरफ देखकर लगातार भौंक रहा था, जैसे कि वहाँ कुछ हो।
राहुल ने अपनी टॉर्च जलाई और जंगल की तरफ देखा। कोहरे के बीच उसे एक लंबी, पतली सी आकृति दिखाई दी। वह आकृति इतनी लंबी थी कि उसका सिर पेड़ों से भी ऊपर तक जा रहा था। राहुल का दिल धड़कने लगा। उसने पहले कभी ऐसा कुछ नहीं देखा था। वह आकृति धीरे-धीरे आगे बढ़ रही थी, और उसके सिर से एक अजीब सी आवाज़ आ रही थी। यह आवाज़ इंसानी थी, लेकिन उसमें कुछ गड़बड़ थी। यह ऐसी आवाज़ थी जैसे किसी ने रेडियो के अलग-अलग स्टेशनों को मिला दिया हो।
राहुल ने पीछे मुड़कर भागने की सोची, लेकिन उसके पैर जमीन से चिपक गए। वह आकृति अब और करीब आ गई थी। उसने देखा कि वह एक विशालकाय जीव था, जिसका शरीर पतला और लंबा था, और उसके सिर पर दो सायरन लगे हुए थे। यह सायरन हेड था।
सायरन हेड ने अपना सिर धीरे-धीरे घुमाया और राहुल की तरफ देखा। उसकी आँखें खाली और अंधेरे से भरी हुई थीं। फिर, उसने एक आवाज़ निकाली। यह आवाज़ राहुल की माँ की थी। "राहुल, मैं यहाँ हूँ। मेरे पास आओ।"
राहुल का दिल और तेजी से धड़कने लगा। वह जानता था कि यह उसकी माँ की आवाज़ नहीं हो सकती, क्योंकि उसकी माँ तो कई साल पहले ही गुजर चुकी थी। लेकिन फिर भी, उस आवाज़ में एक खिंचाव था, जो उसे अपनी तरफ खींच रहा था।
टॉमी अब और जोर से भौंकने लगा। राहुल ने अपने आप को संभाला और भागने की कोशिश की। लेकिन सायरन हेड ने अपना लंबा हाथ बढ़ाया और उसे पकड़ लिया। राहुल चिल्लाया, लेकिन उसकी आवाज़ कोहरे में खो गई। सायरन हेड ने उसे ऊपर उठाया और उसके सायरन से एक नई आवाज़ निकाली। यह आवाज़ राहुल के अपने चिल्लाने की थी।
अगली सुबह, गाँव वालों ने राहुल की झोपड़ी के पास उसका कुत्ता टॉमी को पाया। टॉमी जोर-जोर से भौंक रहा था, लेकिन राहुल का कहीं पता नहीं था। जंगल के किनारे पर, उन्हें राहुल की टॉर्च मिली, जो टूटी हुई थी। और फिर, उन्होंने जमीन पर लंबे-लंबे निशान देखे, जो जंगल की तरफ जा रहे थे।
गाँव वालों ने राहुल को खोजने की कोशिश की, लेकिन वह कभी नहीं मिला। और उस रात के बाद से, गाँव के लोगों ने अक्सर जंगल से अजीब आवाज़ें सुनने की बात कही। कभी यह आवाज़ किसी बच्चे के रोने की होती, तो कभी किसी औरत के हंसने की। लेकिन हर बार, यह आवाज़ें उन्हें जंगल की तरफ खींचती थीं।
सायरन हेड अब भी जंगल में छुपा हुआ है, और वह इंसानी आवाज़ों का इस्तेमाल करके लोगों को अपने जाल में फंसाता है। कहते हैं कि जो भी उसकी आवाज़ का पीछा करता है, वह कभी वापस नहीं आता।
तो अगली बार जब आप जंगल के पास से गुजरें, और कोई आवाज़ आपको अपनी तरफ बुलाए, तो सावधान हो जाइए। हो सकता है, यह सायरन हेड हो।
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