### अध्याय 1: अंधकार का शगुन
ठंडी हवाओं में लिपटा एक छोटा सा शहर, "विनचेस्टर टाउन।" इस शहर की हर गली में एक ही कहानी गूंजती थी- "शैतान की रात।" ऐसा कहा जाता था कि हर साल 31 अक्टूबर की रात को एक भयानक आत्मा आती है। सिर्फ़ उसकी मौजूदगी ही लोगों को अपनी जान लेने के लिए मजबूर कर देती थी।
### अध्याय 2: अतीत की परछाइयाँ
सौ साल पहले, इसी रात को "जॉनसन मेंशन" में कुछ ऐसा हुआ था जिसने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया था। इसके मालिक एडम जॉनसन और उनका पूरा परिवार रातों-रात गायब हो गया था। तब से इस आत्मा का आतंक शुरू हो गया।
### अध्याय 3: भय की प्रतिध्वनि
रोजर नामक एक बूढ़ा आदमी, जिसने उस आत्मा को व्यक्तिगत रूप से देखा था, हमेशा कहता था, "यह कोई साधारण भूत नहीं है... यह शुद्ध बुराई है।" लेकिन किसी ने भी उस पर विश्वास नहीं किया - जब तक कि अगले साल वही घटनाएँ दोहराई नहीं गईं।
### अध्याय 4: मौत का अग्रदूत
हर साल, 31 अक्टूबर की सुबह अखबारों में एक खौफनाक हेडलाइन छपती थी- "पांच और लोग मृत पाए गए।" कोई नहीं जानता था कि यह आत्महत्या थी या कुछ और भयावह। यहाँ तक कि पुलिस भी शक्तिहीन थी।
### अध्याय 5: रहस्य की खोज
टॉम और उसकी दोस्त लूसी, दोनों पत्रकार, ने सच्चाई को उजागर करने का फैसला किया। वे शहर की सबसे पुरानी लाइब्रेरी में गए और पुराने अभिलेखों को खंगालना शुरू किया। उन्हें एक पुराना दस्तावेज़ मिला जिसमें लिखा था कि सौ साल पहले, एडम जॉनसन ने एक काला रहस्य खोजा था - जिसकी वजह से उसे अपनी जान गँवानी पड़ी थी।
### अध्याय 6: खंडहरों में सच्चाई
लूसी और टॉम ने "जॉनसन मेंशन" जाने का फैसला किया। रात के अंधेरे में वे पुराने खंडहरों में पहुंचे और एक छिपे हुए तहखाने की खोज की।
### अध्याय 7: आत्मा की कथा
तहखाने की दीवारों पर खून से लिखे शब्द थे - "जो लोग सत्य की खोज करते हैं, वे मृत्यु को प्राप्त होंगे।" अचानक, एक अजीब सी फुसफुसाहट हवा में भर गई, और अंधेरे से एक छाया उभरी।
### अध्याय 8: आत्मा का क्रोध
यह एडम जॉनसन की आत्मा थी। उसने बताया कि सौ साल पहले, उसने एक प्राचीन शैतान को जगाया था - जो अब हर हैलोवीन की रात शहर में लौटता है। यह शैतान इतना भयानक था कि इसे देखने मात्र से ही लोग मर जाते थे।
### अध्याय 9: मुक्ति का मार्ग
टॉम और लूसी को एहसास हुआ कि इस आतंक को खत्म करने के लिए उन्हें आत्मा को आज़ाद करना होगा। उन्हें एक प्राचीन पाठ मिला जिसमें मंत्र थे और उन्होंने उसे ज़ोर से पढ़ना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे, आत्मा कमज़ोर होने लगी।
### अध्याय 10: अंत या नई शुरुआत?
अगली सुबह, शहर में किसी की मौत की खबर नहीं आई। लोगों को लगा कि दुःस्वप्न खत्म हो गया है। लेकिन खंडहरों से एक भयावह आवाज़ गूंजी- "मैं वापस आऊँगा... अगली 'आखिरी रात' पर।"
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**अंधेरा गायब नहीं हुआ था... वह केवल पीछे हट गया था..
.अगली बार का इंतजार रहेगा...**
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